Soya saag recipe 2.0 amazing style/सोया साग रेसिपी कैसे बनाते हैं
Soya saag recipe जो नाश्ते में पराठों के साथ व दोपहर के लंच में या रात के डिनर में बना कर खाएं । सोया साग को सभी के साथ खाने में अच्छा लगता है अदरक, लहसुन, हरी मिर्च डालकर बनाएं या सिर्फ नमक डालकर बनाई हर तरह से स्वादिष्ट बनती है।
सोया मेथी की बुवाई के लिए सितंबर माह सबसे उपयुक्त होता है मैदानी इलाकों में इसकी बुवाई के लिए सितंबर से लेकर मार्च का समय जबकि पहाड़ी इलाकों में जुलाई से लेकर अगस्त तक का समय सबसे बढ़िया माना जाता है मेथी के पौधों को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती मीथी के बीजों के अनुकरण के लिए खेत में नमी की आवश्यकता होती हैं।https://foodwada.com
सोया प्रोटीन उसे प्रोटीन को संदर्भित करता है जो सोयाबीन में पाया जाता है जिसका उपयोग अक्सर किसी व्यक्ति के आहार में पशु प्रोटीन को बदलने के लिए किया जाता है सोयाबीन एक फली है जिसमें कोई कोलेस्ट्रॉल नहीं होता उसे संतृप्त वसा कम होती है।
सोया एक संपूर्ण प्रोटीन है जिसमें सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो अन्य पौधों के प्रोटीन से कहीं अधिक है इसके बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ है: कोलेस्ट्रॉल, सोया प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल के स्तर, कम घनत्व वाली लिपोप्रोटीन और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने के लिए अच्छा हैं।https://foodwada.com/
सोया और मटर प्रोटीन के बीच मुख्य अंतर उनमें आवश्यक अमीनो एसिड की मात्रा में होता है मटर प्रोटीन में सोया प्रोटीन की तुलना में लियोसिन की मात्रा अधिक होती है इसलिए यह मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी के लिए बेहतर हैं।
इसके अतिरिक्त मटर प्रोटीन में सोया प्रोटीन की तुलना में काम एलर्जिक प्रोफाइल होती है।
सोया का सेवन मनुष्य में सीरम एस्ट्रोजन को बढ़ाने और संभावित रूप से थायराइड विकारों का कारण बन सकता है पशु अध्ययनों ने सोया के सेवन से संभावित पुरुष बांझपन और स्तन कैंसर का भी सुझाव दिया है।
सबसे अच्छा सोया प्रोटीन आइसोलेट उच्चतम गुणवत्ता वाला सोया प्रोटीन उपलब्ध है क्योंकि यह दूसरों की तुलना में अधिक परिष्कृत है और इसमें सभी पौधे आधारित प्रोटीन का उत्तम जैविक मूल्य है इसका मतलब यह है कि शरीर की बड़ी मात्रा में उपयोग करेगा जो अंतर ग्रहण किया जाता है।
सावन माह में सोया साग खाना मना है साग अर्थात हरी पत्तेदार सब्जियां और दूध में दूध से बनी चीजों को भी खाने से मना किया गया है इस माह में हर्रे खाना चाहिए जिसे हरिद्रा या हरडा कहते हैं। यह माह अंग्रेजी माह के अनुसार अगस्त सितंबर की बीच आता हैं।
सोयाबीन और सोया खाद्य पदार्थ हृदय रोग, स्ट्रोक, कोरोनरी हृदय रोग और कुछ कैंसर सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं की जोखिम को कम कर सकते हैं साथ ही हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार भी कर सकते हैं सोया एक उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन है प्रतिदिन एक या दो सोया उत्पाद हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
सर्दियों का मौसम सब्जी और फलों के मामले में काफी ज्यादा अच्छा होता है इस मौसम में काफी सारे हरे पत्तेदार सब्जियां मिलती है जिन्हें डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए यह पत्ते स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं केवल पालक और मेथी ही नहीं बाजार में मिलने वाले हरी सोया के पत्तों को भी डाइट में शामिल करना चाहिए यह पत्ते अपनी खुशबू और स्वाद की वजह से काफी सारी डिश में भी डालें जाते हैं तो चलिए जाने आखिर क्या साग के पत्तों को खाना चाहिए।
सोया के पत्तों में कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती हैं। वही ये ताजे सोया के पत्ते विटामिन ए,सी और डी से भरपूर होते हैं साथ ही इसमें मैंगनीज, आयरन, फोलेट मैग्नीशियम जैसी मिनरल्स की भी अच्छी खासी मात्रा होती है जिसकी वजह से इन पत्तों को शहर के लिए फायदेमंद बताया गया है अगर आप सर्दियों में सोया के पत्तों को कहते हैं तो इस तरह हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है।
Table of Contents
Soya saag recipe ke liye samagri:
- एक कप सोया साग ।
- एक कप मसूर की दाल ।
- एक प्यास ।
- एक टमाटर ।
- पांच कली लहसुन ।
- 1 इंच का टुकड़ा अदरक ।
- आधा चम्मच हरी मिर्च ।
- एक चम्मच नमक।
- आधा चम्मच लाल मिर्च पाउडर ।
- आधा चम्मच हल्दी पाउडर।
- एक चम्मच धनिया पाउडर।
- 100 ग्राम सरसों तेल।
- ½ कप पंच फोरन ।
Soya saag recipe banane ki vidhi:
साग को साफ करके धो लें.. धोने के बाद बारिक काट लें। मसूर दाल को ग्राइंडर में पीस लें।
एक बढड़ी बाॅल में पिसी हुई दाल, साग, थोड़ी नमक, हल्दी, हरी मिर्च डालकर अच्छी तरह से मिला लें।https://foodwada.com
प्याज, टमाटर, लहसुन, अदरक, हरी मिर्च सबको ग्राइंडर में पीस ले।
एक कढ़ाई में तेल गर्म करें उसे सारी साग वाली मिक्सर को बढी की तरह फ्राई कर लें थोड़ी सी तेल छोड़कर, सारी तेल कढ़ाई में से निकाले कढ़ाई को तेल में पांच फोरन की छौंक दें.. फौरन लाल होने पर, पिसी हुई पेस्ट डालें थोड़ी देर चलाते हुए। नमक, हल्दी, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर डालें मसाले में तेल छोड़ने तक भूने। मसाले भूनने के बाद दो कप पानी डाल दें।
उबाल आने पर सारी सोया बढ़ी डाल दें। 2 मिनट उबाल आने पर आंच बंद कर दें। रसदार सोया साग बढ़ी बन के तैयार है अपनी मनपसंद रोटी अथवा चावल के साथ सबको परोसें।
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Soya saag recipe ke benefit aur side effect:
- इम्यूनिटी बूस्टर सोया के पत्ते जिन्हें इंग्लिश में डिश लिप्स कहते हैं।
- मेटाबॉलिज्म बढ़ाता हैं। सोया का साग सर्दियों की सीजन में जरूर खाना चाहिए।
- डाइजेशन बढ़ाने में मदद करता है सोया की पत्तियों में एंटी इन्फ्लेमेशन गुण होता हैं।
- नींद ना आने की समस्या से निजात।
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है सोया ।
- डाइजेशन बढ़ाने में मदद करता हैं।
- ब्लड शुगर को कंट्रोल करना ।
- हड्डियों को मजबूत करना।
- पाचन को बेहतर करना ।
- वजन को कम करना ।
- बेहतर नींद ।
- इम्यूनिटी को मजबूत करना।
- सोया में एस्ट्रोजन जैसे यौगिक होते हैं जिन्हें आइसोफ्लेविनस कहा जाता है और कुछ निष्कर्ष से पता चला कि यह यौगिक कुछ कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। महिला प्रजनन क्षमता को खराब कर सकती है और थायराइड समझ में गड़बड़ी कर सकते हैं।
- सोया के अत्यधिक सेवन से कुछ लोगों में गैस की समस्या हो सकती है बीन्स की तरह सोया उत्पाद फलियां से प्राप्त होते हैं कुछ लोगों को फलियां में मौजूद शर्करा को पचाने में कठिनाई होती है जिसके परिणाम स्वरुप बड़ी मात्रा में खाने पर गैस बन जाती है।
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